भगवान् श्रीकृष्णके कुछ मन्त्र
भगवान् श्रीकृष्णके तथा श्रीराधाजीके (अनुष्ठानकी दृष्टिसे) मन्त्र, जपसंख्या और फल अगले पृष्ठपर दिये जा रहे हैं। ये सभी ध्यान-मन्त्र श्रद्धा-विश्वासपूर्वक निष्कामभावसे सेवन किये जानेपर अन्त:करणकी शुद्धि करके परमात्माकी प्राप्ति करानेवाले हैं और प्रेमकी प्राप्तिके लिये इनका सेवन किया जाय तो ये भगवान् के दुर्लभ दिव्य प्रेम-लाभमें बड़ी सहायता करते हैं। सकाम अनुष्ठानके लिये ही संख्या लिखी गयी है। निष्काम तथा प्रेम-प्राप्तिमें कोई नियत संख्या नहीं है, वहाँ तो ध्यान-जप चालू ही रहने चाहिये।