Hindu text bookगीता गंगा
होम > कल्याणकारी आचरण > दूसरोंकी किस चीजसे बचे

दूसरोंकी किस चीजसे बचे

१—दूसरोंके पहने हुए कपड़े, धोती आदि न पहने।

२—दूसरोंके अंगोछेसे शरीर न पोंछे।

३—दूसरोंके बिछौनेपर न सोये।

४—दूसरोंके आसनपर बैठकर जप-स्वाध्यायादि न करे।

५—दूसरोंकी मालासे जप न करे।

६—दूसरोंकी जूठी थाली आदिमें न खाय। किसीकी भी जूठन न खाय।

७—दूसरोंके दोषोंकी ओर दृष्टिपात न करे! दृष्टि पड़ जाय तो न किसीसे कहे, न चिन्तन करे।

८—दूसरोंके हकका एक पैसा भी कभी न ले, न लेनेकी इच्छा ही करे।

९—दूसरोंके सुख और मान-प्रतिष्ठाको छीननेका कभी मन या प्रयत्न न करे।

अगला लेख  > मृतक-कर्म