गीता गंगा
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मानव धर्म
(श्रद्धेय श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार)
प्रात:कालकी प्रार्थना
धर्मकी आवश्यकता
धृति
क्षमा
दम
अस्तेय
शौच
इन्द्रियनिग्रह
धी अर्थात् बुद्धि
विद्या
सत्य
अक्रोध